पुलिस ने बताया कि ई-रिक्शा चालक प्रतापचंद थाना हाईवे की अमर कॉलोनी में रहता है। पिछले छह माह से पैनकार्ड बनवाने के लिए डाक विभाग और एक जनसुविधा केंद्र के चक्कर लगा रहा था। बाद में पैन कार्ड किसी संजय नामक युवक के माध्यम से मिला।
इसके बाद रिक्शा चालक के घर आयकर विभाग की तरफ से एक नोटिस आया, जिसमें सालाना 43 लाख रुपये का टर्न ओवर दिखाया गया। नोटिस मिलते ही उसके होश उड़ गए। वह आयकर विभाग भी गया लेकिन वहां पर उसे संतोष जनक जवाब नहीं मिला। एक अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन में कहीं गड़बड़ी हुई है। हो सकता है कि इसी से मिलता जुलता कोई कारोबारी हो।
थाना हाईवे प्रभारी अनुज कुमार ने बताया कि कि आयकर विभाग ने 43 लाख रुपये का साल का ई-रिक्शा चालक का टर्नओवर दिखाया है। ई-रिक्शा चालक ने 2018 में पैन कार्ड के लिए आवेदन किया था। बाद में ई-रिक्शा चालक ने डुप्लीकेट पैन कार्ड ले लिया।
उसके बाद इसका टर्नओवर 43 लाख का दिखाया गया तो इनकम टैक्स ऑफिस गया, यहां राहत नहीं मिली तो थाने आकर तहरीर दी। हालांकि मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। सोमवार को इनकम टैक्स ऑफिस खुलने पर पूरी जानकारी जुटाई जाएगी।
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